
19 सितंबर 2023 को अज़रबैजान ने अर्स्ताख पर हमला किया
आर्ट्सख के 150,000 अर्मेनियाई निवासी पहले से ही 9 महीने से अज़रबैजानी नाकाबंदी के अधीन थे।
बिजली, गैस, दवा, पानी, भोजन से कट जाने तथा अंधाधुंध बमबारी के कारण लोगों को अपने पैतृक घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।
150,000 से अधिक अर्मेनियाई लोगों को जबरन विस्थापित कर दिया गया है। आज आर्ट्सख में कोई अर्मेनियाई नहीं रहता है।
लोरिक फंड यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि आर्ट्सका से जबरन विस्थापित किए गए परिवारों को आर्मेनिया में घर मिले।
इस परियोजना का उद्देश्य परिवारों को आवास, टिकाऊ आजीविका, ऊर्जा स्वतंत्रता और आवश्यक साज-सज्जा के साथ सशक्त बनाना है, जिसका व्यापक उद्देश्य उनके समुदायों को संरक्षित करना, पुनर्निर्माण करना और मजबूत बनाना है।
आज तक लोरिक फंड 10 परिवारों को घर उपलब्ध कराने में सक्षम रहा है।